baglamukhi shabar mantra - An Overview
baglamukhi shabar mantra - An Overview
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ऊँ ह्रीं क्लीं (व्यक्ति का नाम) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।
The Baglamukhi Mata Puja is executed to hunt her blessings and defense from unfavorable energies and enemies. The puja is believed to possess the ability to remove hurdles and bring achievements in legal matters.
Om BAGLAMUKHI mahakruri shatru ki jihwa ko pakarkar mudgar se prahar kar, ang pratyang stambh kar ghar badham vyapar badham triaha badham chauraha badham char khoot marghat ke bandh jadu tona totka badham dust dustrane ki bidhya bandh chal kapat prapanchon ko bandh satya naam Adesh guru ka.
According to Hindu mythology, Lord Shiva very first discovered the Shabar mantra to his spouse - goddess Parvati, the goddess of all power and expertise. Following that, it got adapted into diverse nearby languages on account of its influence and positive benefits.
Baglamukhi or Bagala is an important deity Amongst the ten Mahavidyas worshipped with excellent devotion in Hinduism. The last word good thing about worshipping Baglamukhi clears the illusions and confusions from the devotees and gives them a transparent route to continue in everyday life.
नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा: नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
इस मंत्र का जाप माता बगला के सामान्य नियमो का पालन करते हुए १ माला प्रतिदिन करें ११ दिनों तक और दशान्श हवन करें और नित्य १ माला जाप करते रहें मंत्र जागृत हो जाएगा । किसी भी प्रयोग को करने के लिए संकल्प लें (इछित गिनती का कम से कम ३ माला) और हवन कर दें प्रयोग सिद्ध होगा । रक्षा के लिए ७ बार मंत्र पढ़ के छाती पे और दसो दीशाओ मैं फुक मार दें , किसी भी चीज़ का भये नहीं रहेगा ।
अब उसके पैरों पर जल धीरे-धीरे डालते हुए मन में भावना करे मैं माँ के पैरों को अच्छे से साफ कर रहा हूँ फिर उसे तौलिए से पोछ कर, नई चप्पल पहनाए तथा पीला भोग अपने हाथ से खिलाए व उसे ध्यान से देखे कभी-कभी कन्या का पैर या चेहरा पीले रंग में दिखने लगता है। भोग लगाने के बाद उसे कुछ देर बैठा रहने दें व स्वयं मन ही मन प्रार्थना करें
Within our Indian Historic Sanatan Civilization, Sanskars and knowledge are expected to remodel the human views and thoughts of mankind and to create our lifestyle appropriate, pure, profitable and to lead mankind.
भावार्थ:-जिन शिव-पार्वती ने कलियुग को देखकर जगत के हित के लिए शाबर मन्त्र समूह की रचना की; जिन मंत्रों के अक्षर बेमेल हैं, जिनका न कोई ठीक अर्थ होता है और न जप ही होता है, तथापि श्री शिवजी के प्रताप से जिनका प्रभाव प्रत्यक्ष है॥ सहज और सरल भाषा में रचित ये मत्रं अत्यधिक विशेष प्रभाव शाली है। तत्रं विघा को जानने वाले शाबर मंत्रों का विशेष महत्व जानते हैं अत्यधिक प्रभाव शाली माँ पिताम्बरा बगलामुखी के यह मत्रं अपने आप में चमत्कृत है। यदि किसी व्यक्ति विशेष के कारण शत्रु पग-पग पर कष्ट देते है उस पर हावी होते है, तथा हर प्रकार से नीचा दिखाने की चेष्टा करते हों, या षड्यंत्र करके पुलिस कोर्ट कचहरी में फसा देते है तब उसे बगलामुखी दिक्षा उपरांत शाबर मंत्र की साधना करनी चाहिए। यदि किसी के शत्रु अस्त्र आदि लेकर सामने आते हों और उसके सामने प्राण का संकट खड़ा हो जाता हो तथा कोई उसकी जीविका को व्यापार को तत्रं द्वारा नष्ट बंधन प्रयोग कर रहा है तब शत्रुओं को उनके बाल प्रभाव नष्ट करना चाहिए ,जब कोई असाहय हो या सब तरफ से शत्रुओं में घिर जाए और उसे बचने का कोई उपाय न सूझे, तो ऐसी भयंकर विपत्ति में ही बगलामुखी साधना करनी चाहिए क्योंकि।
Chanting the Baglamukhi mantra minimizes the power of enemies and liberates a person from their influence. It safeguards speech and supplies mental peace.
शमशान के लिए गुरू आदेश अनुसार प्रयोग करें।
मंत्र के पहले भाग “ॐ ह्ल्रीं भयनाशिनी बगलामुखी” का अर्थ है कि देवी बगलामुखी more info भयानक परिस्थितियों और बुरी शक्तियों को नष्ट करने वाली हैं। “मम सदा कृपा करहि” से भक्त देवी से निरंतर कृपा की प्रार्थना करता है।
Bagalamukhi smashes the devotee's misconceptions and delusions (or enemies) along with her cudgel. Bagalamukhi is without doubt one of the ten forms of the intelligent Devi, symbolizing a potent feminine primeval pressure.